आओ हुजूर तुम को, सितारों में ले चलूँ - The Indic Lyrics Database

आओ हुजूर तुम को, सितारों में ले चलूँ

गीतकार - नूर देवासी | गायक - आशा भोसले | संगीत - ओ. पी. नय्यर | फ़िल्म - किस्मत | वर्ष - 1968

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हमसे रौशन हैं चाँद और तारे
हमको दामन समझिए ग़ैरत का
उठ गए हम अगर ज़माने से
नाम मिट जाएगा मोहब्बत का
दिल है नाज़ुक कली से फूलों से
ये ना टूटे ख़याल रखिएगा
और अगर आप से ये टूट गया
जान-ए-जां इतना ही समझिएगा
क्या?
फिर कोई बावरी मोहब्बत की
अपनी ज़ुल्फ़ें नहीं संवारेगी
आरती फिर किसी कन्हैया की
कोई राधा नहीं उतारेगी
आओ हुज़ूर तुमको सितारों में ले चलूँ
दिल झूम जाए ऐसी बहारों में ले चलूँ
हमराज़, हमख़याल तो हो, हमनज़र बनो
तय होगा ज़िन्दगी का सफ़र, हमसफ़र बनो
चाहत के उजले उजले नज़ारों में ले चलूँ
दिल झूम जाए ऐसी, बहारों में ले चलूँ
लिख दो किताब-ए-दिल पे कोई ऐसी दास्ताँ
जिस की मिसाल दे न सके सातों आसमां
बाहों में बाहें ड़ाले, हज़ारों में ले चलूँ
दिल झूम जाए ऐसी, बहारों में ले चलूँ