हुर्रे प्यार मोहब्बत के शिवा ये जिंदगी क्या जिंदगी - The Indic Lyrics Database

हुर्रे प्यार मोहब्बत के शिवा ये जिंदगी क्या जिंदगी

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, आशा भोंसले | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - प्यार मोहब्बत | वर्ष - 1966

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र : हुर्रे -३
( प्यार मोहब्बत ) -२ के सिवा ये ज़िन्दगी क्या ज़िन्दगी -२
आ : आ गले लग जा मेरे और छोड़ दे ये दिल्लगी -२
र : प्यार मोहब्बत ...
आ : आ गले लग जा ...र : जो तुमने किया जो हमने किया वो जाने दो
जो तुमसे हुआ जो हमसे हुआ वो जाने दो
दो दिन की जवानी है ये झगड़े जाने दो
आ जाओ हमारे पास अब गिला जाने दो
र : प्यार मोहब्बत ...
आ : आ गले लग जा ...तूफ़ाँ में खिली आशा की कली अब ग़म क्या है
हम एक हुए मंज़िल के लिए अब ग़म क्या है
एक दिल की लगी एक दिल की बुझी अब ग़म क्या है
सावन की घटा बरसाए ख़ुशी अब ग़म क्या है
र : ग़म क्या है
प्यार मोहब्बत ...
आ : आ गले लग जा ...