कदम बधाए जा ना दरी - The Indic Lyrics Database

कदम बधाए जा ना दरी

गीतकार - एहसान रिज़विक | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - नशद | फ़िल्म - बड़ा भाई | वर्ष - 1957

View in Roman

को : क़दम बढ़ाए जा न डर क़दम बढ़ाए जा
है पाँव तले तेरे ज़मीं जग पे छाए जार : ये ज़िन्दगी की धूप-छाँव क्या डराएगी
को : जले हुए चमन में खुद बहार आएगी
र : मुसीबतें तो आएँगी तू मुस्कराए जा
क़दम बढ़ाए जा ...अलग न चल साथियों से क़दम मिला के चल
को : अँधेरा छाया हो जहाँ दिए बन के जल
र : नई ज़मीं पे आसमाँ नया बनाए जा
क़दम बढ़ाए जा ...