मैं आया हुं लेके साज़ हाथों में - The Indic Lyrics Database

मैं आया हुं लेके साज़ हाथों में

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - अमीर गरीब | वर्ष - 1974

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मैं आया हूँ, लेके साज़ हाथों में
महफ़िल की मस्तानी, हो मस्तानी रातों में इन इन इन इन
मैं आया हूँतोड़के दिलों को मैं ये काम कर रहा हूँ
हां मैं मोहब्बत को नये अंदाज़ दे रहा हूँ
बसकर सबकी आँखों में, इन दिलकश मुलाकातों में
मैं आया हूँशोख हसीनों को मैं आवाज़ दे रहा हूँ
हां नाम जवानी का मैं बदनाम कर रहा हूँ
हँसकर बातों बातों में, नग़मों की बारातों में
मैं आया हूँगीत मेरे सुनकर, नौजवान जाग उठे हैं
हां नींद नहीं आती, क{}ई अरमान जाग उठे है
थाम के दिल को हाथों में, जलते हैं बरसातों में
मैं आया हूँमैं आया हूँ , लेके साज़ हाथों में
महफ़िल की मस्तानी , हो मस्तानी रातों में इन इन इन इन