आँखों में तेरी अजबसी अजबसी अदाएँ हैं - The Indic Lyrics Database

आँखों में तेरी अजबसी अजबसी अदाएँ हैं

गीतकार - विशाल ददलानी | गायक - के के | संगीत - विशाल - शेखर | फ़िल्म - ओम शांति ओम | वर्ष - 2007

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आँखों में तेरी अजबसी अजबसी अदाएँ हैं
दिल को बना दे जो पतंग साँसे ये तेरी वो हवाएँ हैं
आई ऐसी रात है जो बहुत खुशनसीब है
चाहे जिसे दूर से दुनिया वो मेरे क़रीब है
कितना कुछ कहना है फिर भी दिल में सवाल कहीं
सपनों में जो रोज़ कहा है, वो फिर से कहूं या नहीं
तेरे साथ साथ ऐसा कोई नूर आया है
चांद तेरी रोशनी का हल्कासा एक साया है
तेरी नज़रों ने दिल का किया जो हश्र असर ये हुआ
अब इन में ही डूब के हो जाऊं पार यही है दुआ