माना हो तुम बेहद हसीं, ऐसे बुरे हम भी नहीं - The Indic Lyrics Database

माना हो तुम बेहद हसीं, ऐसे बुरे हम भी नहीं

गीतकार - कैफ़ी आज़मी | गायक - येसुदास | संगीत - बप्पी लाहिड़ी | फ़िल्म - टूटे खिलोने | वर्ष - 1978

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माना हो तुम बेहद हसीं
ऐसे बुरे हम भी नहीं
देखो कभी तो प्यार से
डरते हो क्यो इक़रार से
खुलता नहीं कुछ दिलरुबा
तुम हम से ख़ुश हो या हो ख़फा
तिरछी नज़र, तीखी अदा
लगते हो क्यो बेज़ार से
देखो कभी तो प्यार से
डरते हो क्यो इक़रार से
तुम दो क़दम दो साथ अगर
आसान हो जाए सफ़र
छोड़ो भी ये दुनिया का ड़र
तोड़ो न दिल इन्कार से
देखो कभी तो प्यार से
डरते हो क्यो इक़रार से