आ जाओ की सब मिल के एक तू ही भरोसा - The Indic Lyrics Database

आ जाओ की सब मिल के एक तू ही भरोसा

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता मंगेशकर, बच्चे | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - पुकार | वर्ष - 1999

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आ जाओ कि सब मिल के रब से दुआ माँगेंजीवन में सुकूँ चाहेँ चाहत में वफ़ा माँगेंहालात बदलने में अब देर न हो मालिकजो दे चुके फिर ले अंधेर न हो मालिएक तू ही भरोसा एक तू ही सहाराइस तेरे जहाँ में नहीं कोई हमाराहे इश्वर या अल्लाह ये पुकार सुनलेहे इश्वर या अल्लाह हे दाताहमसे ना देखा जाये बरबादियोँ का समाँउजड़ी हुई बस्ती में ये तड़प रहे इंसाँनन्हे जिस्मोँ के टुकड़े लिये खड़ी है एक माँबारूद के धुवेँ में तू ही बोल जाये कहाँनादाँ हैं हम तो मालिक क्यूँ दी हमें ये सज़ाया है सभी के दिल में नफ़रत का ज़हर भराइन्हें फिर से याद दिला दे सबक वही प्यार काबन जाये गुलशन फिर से काँटों भरी दुनियामेरी पुकार सुन ले