करि कारी करी अंधियारी थी रातो - The Indic Lyrics Database

करि कारी करी अंधियारी थी रातो

गीतकार - भरत व्यास | गायक - आशा भोंसले, सी रामचंद्र | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - नवरंग | वर्ष - 1959

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कारी कारी कारी अँधियारी थी रात
एक दिन की बात
जब सजन गगन से गरज उठी सावन की घटा
घूँघट में छुपकर चपल-चपल बिजली की चट्टा
एक नार करत श्रिंगार
एक नार तिहिके तल्वार, यथी वह कटार
करके श्रिंगार चली उस पार जहाँ थे उसके किसन मुरार
छमक छम-छम जमक जम-जम छमक छम-छम