आवाज़ दे कहाँ है, दुनिया मेरी जवां है - The Indic Lyrics Database

आवाज़ दे कहाँ है, दुनिया मेरी जवां है

गीतकार - तनवीर नकवी | गायक - नूरजहां - सुरेन्द्र | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - अनमोल घडी | वर्ष - 1946

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आवाज़ दे कहाँ है, दुनिया मेरी जवां है
आबाद मेरे दिल में उम्मीद का जहां है, दुनिया मेरी जवां है
आ रात जा रही है यूँ जैसे चाँदनी की बारात जा रही है
चलने को अब फलक से तारों का कारवाँ है
ऐसे में तू कहाँ है ? दुनिया मेरी जवां है
किस्मत पे छा रही है क्यों रात की सिहाई
वीरां हैं मेरी नींदे, तारों से ले गवाही
बरबाद मैं यहाँ हूँ, आबाद तू कहाँ है
बेदर्द आसमां है, दुनिया मेरी जवां है