हर आस अश्कबार है हर संस बेकरार हैं - The Indic Lyrics Database

हर आस अश्कबार है हर संस बेकरार हैं

गीतकार - न्याय शर्मा | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - जयदेव | फ़िल्म - किनारे किनारे | वर्ष - 1963

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हर आस अश्कबार है हर साँस बेक़रार है
तेरे बग़ैर ज़िन्दगी उजड़ी हुई बहार हैमैं जानती हूँ बेवफ़ा तू लौटकर न आएगा
फिर भी न जाने क्यों मुझे तेरा ही इन्तेज़ार हैकिसको सुनाऊँ मैं गिला है बेबसी की इम्तेहाँ
ना तुझ पे इख़्तियार है ना दिल पे इख़्तियार है