आवारा हूँ, आवारा हूँ - The Indic Lyrics Database

आवारा हूँ, आवारा हूँ

गीतकार - शैलेंद्र | गायक - मुकेश | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - आवारा | वर्ष - 1951

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आवारा हूँ, आवारा हूँ
या गर्दिश में हूँ, आसमान का तारा हूँ
घरबार नहीं, संसार नहीं
मुझसे किसीको प्यार नहीं
उस पार किसीसे मिलने का इकरार नहीं
सुनसान नगर, अन्जान डगर का प्यारा हूँ
आबाद नहीं बरबाद सही
गाता हूँ खुशी के गीत मगर
ज़ख़्मों से भरा सीना है मेरा
हँसती है मगर ये मस्त नज़र
दुनिया, दुनिया मैं तेरे तीर का या तकदीर का मारा हूँ