इक माशुका है हम हैं बनारस के भय्या: - The Indic Lyrics Database

इक माशुका है हम हैं बनारस के भय्या:

गीतकार - देव कोहली | गायक - अमित कुमार, सुदेश भोंसले | संगीत - दिलीप सेन-समीर सेन | फ़िल्म - | वर्ष - 1999

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इक माशूका है ये ज़िंदगी तुम हो इसपे शैदा
आज तुम्हारा जनम दिवस है अरे लो तुम हो गए पैदा हां हां
वाह भई वाह क्या शेर मारा है ज़रा हमरी भी तो सुनो ऐ
हां हां सुनाओहम हैं बनारस के भैया हो मेरे भैया जिसको भी चाहे नचा दें हां
अरे चढ़ के न उतरेगी भईया ओ बड़े भईया हम ऐसी मस्ती पिला देंसुनो बाबू मोशाय अमी तेरे दीवाने तुमी गोष्टि बोले मिSटि घोले
मनवा डोले जाने
अमी तेरे दीवाने
हम हैं बनारस ...लाखों यहां दिलवाले हैं कुछ गोरे हैं कुछ काले हैं
कोई नहीं हमसे बढ़के सबसे जुदा हम निराले हैं
तू मस्त है मैं हूँ मस्ताना हे
मशहूर है अपना याराना हे
पागल है तू मैं दी दी दी दी दीवाना
करना है कोई हंगामा हे
अरे ऐसा न करना तू भईया
हम हैं बनारस ...ओ ता ता थैयाहम जोश में जब आएंगे फिर देखना रंग जमाएंगे
चक्कर हम ऐसा चलाएंगे सब देखते रह जाएंगे
हम कौन हैं ये बता देंगे हे
पल में नज़ारा दिखा देंगे हे
हम होश सबके उड़ा देंगे हे
परदा अगर जो उठा देंगे हे
अरे डूबेगी फिर किसकी नईया
हम हैं बनारस ...ओ ता ता थैया