परदेसी बालमा बादल आया - The Indic Lyrics Database

परदेसी बालमा बादल आया

गीतकार - डी एन मधोकी | गायक - ज़ोहरा बाई | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - रतन | वर्ष - 1944

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पतझड़ के गये दिन बीत

पतझड़ के गये दिन बीत

बसंती फूल खिले

धरती तो वही पर बाग़ नये

सूरताल वही पर राग नये

नया जीवन, नया संगीत

बसन्ती फूल खिले

पतझड़ के दिन गये बीत

सब के मन के गगन में उषायें हँसी

नई किरणों की कलियाँ हृदय में बसी

लता, पुरुष स्वर, पुरुष साथी :

सूर्योदय हुआ, सर्वोदय हुआ

नई राहें बनी नई रीत

फूल खिले

बसन्ती फूल खिले

बसन्ती फूल खिले