दिलों की मोहब्बत को बांधे क्यों हाय रे - The Indic Lyrics Database

दिलों की मोहब्बत को बांधे क्यों हाय रे

गीतकार - अमिताभ भट्टाचार्य | गायक - अरिजीत सिंग | संगीत - प्रीतम | फ़िल्म - दिलवाले | वर्ष - 2015

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दिलों की मोहब्बत को बांधे क्यों हाय रे
दायरे, दाएरे, दाएरे, दाएरे
हैं क्यों फासले दरमियां लेके आये रे
दायरे, दाएरे, दाएरे, दाएरे
काँच के वो ख़्वाब नाज़ुक थे हमारे सारे
छुने से ही टूटने लगे
मन्नतों में उम्र भर का साथ जिनका माँगा
हमसफ़र वो छूटने लगे
ना मरना मुनासिब जिया भी ना जाए रे, हाय रे
दायरे, दाएरे, दाएरे