दिल मेरा एक आस का पंछी - The Indic Lyrics Database

दिल मेरा एक आस का पंछी

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - सुबीर सेन | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - आस का पंछी | वर्ष - 1961

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दिल मेरा एक आस का पंछी
उड़ता है ऊँचे गगन पर
पहुँचेगा एक दिन कभी तो
चाँद की उजली ज़मीं पर
ये दुनिया है नौजवानों की ज़माना है नौजवानों का
हवाएँ भी गुनगुनाती है, तराना हम नौजवानों का
बदलेगी एक दिन ये हस्ती
चमकेगा एक दिन मुकद्दर
आएगा झूमता सवेरा जीवन में रोशनी को लेकर
कभी मंज़िल भी मिल जाएगी
अभी तो हर आस बाकी है
उम्मीदों पर नौबहारें हैं
जहाँ तक ये सांस बाकी है
पूरी होगी हर तमन्ना
छू लूंगा आसमां को बढ़कर
राही तो रुक ना सकेगा दुनिया के रास्तों पे चलकर