तोप बंदूक बंदूक ओ भंवरे देखो हम दिवाओं को - The Indic Lyrics Database

तोप बंदूक बंदूक ओ भंवरे देखो हम दिवाओं को

गीतकार - महबूब | गायक - आशा भोंसले, येसुदास | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - दौड़ | वर्ष - 1997

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गुन गुन गुन गुन गुन गुन गुन गुन
(बुज़्ज़िन्ग सोउन्द ओफ़ अ ब्लच्क बेए)गुन गुन गुन गुन गुन गुन गुन गुन गुन गुन गुन गुन ला लाओ भँवरे ए ए ए देखो हम दीवानों को मस्ती में मस्तानों कोअपनी ही धुन में चले हैं दुनिया से क्या लेना हैओ भँवरे ए ए ए देखो हम दीवानों को मस्ती में मस्तानों को
अपनी ही धुन में चले हैं दुनिया से क्या लेना है
ओ भँवरेदीवानगी का साथ है हैरनगी की बात हैरवानगी कहाँ की है कहो नामुड़ने लगे हैं रास्ते जुड़ने लगे हैं रास्तेदेखो हमारे वास्ते चलो नाभँवरे देखो हम दीवानों को मस्ती में मस्तानों कोकैसी सुहानी शाम है बस पल दो पल आरम हैफिर कितने सारे काम हैं अपना रखवाला राम हैभँवरे देखो हम दीवानों कोरुकते-चलते ही आ जायेगी मंज़िल हमसे बच के ना जायेगीजैसे दरियाओं को किनारे मिलते हैं चंदा को सितारेआँखों को मिलते हैं जैसे नज़ारे कलियों को मिलते हैं भँवरे ये प्यारेकश्ती को मिलते हैं पानी के धारे नाज़ुक दिलों को सहारेबागों को मिलती हैं जैसे बहारे पायेंगे हम भी ठिकानेजब हम चलें हैं साथ-साथ अब सोचने की क्या है बातचल-चल के रस्ते हम को ही पुकारेंभँवरे ए ए ए देखो हम दीवानों को दीवानों को
मस्ती में मस्तानों को मस्तानों को
अपनी ही धुन में चले हैं चले हैं
दुनिया से क्या लेना है लेना है
ओ भँवरे ओ भँवरे देखो हम दीवानों को दीवानों को
मस्ती में मस्तानों को मस्तानों को( गुन गुन गुन गुन गुन गुना
गुन गुन गुन गुन गुन गुन गुना ) -३गुन गुन गुन गुन गुन गुना -५