हाय रे उड़-उड़ जाये मेरा रेशमी दुपट्टवा दुपट्टवा - The Indic Lyrics Database

हाय रे उड़-उड़ जाये मेरा रेशमी दुपट्टवा दुपट्टवा

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - नूरजहाँ, जोहरा, शमशाद, सहगान | संगीत - पं अमरनाथ, हुस्नलाल-भगतराम | फ़िल्म - मिर्जा साहिबानी | वर्ष - 1947

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हम चले वतन की ओर

हम चले वतन की ओर

खींच रहा है

खींच रहा है कोई हमको

डाल के प्रेम की डोर

हम चले वतन की ओर

हम

फूल खिले हैं नयेनये

और नई कोंपलें आईं

मस्त हवायें चलीं

डालियाँ झूमझूउम लहराईं

नाच रहा है

नाच रहा है तालताल पर

मस्ताना मन मोर

हम चले वतन की ओर

आज किसी की पूरी होगी

हँसेंगे आज किसी के नैना

रस टपकायेंगे कांओं में

किसी के मनुहर मीठे बैना

आज किसी के सुख सुहाग का

रहेगा ओर न छोर

हम चले वतन की

चले वतन की चले वतन की ओर

हम चले वतन की ओर