तुझसे नाराज़ नहीं ज़िन्दगी, हैरान हूँ मैं - The Indic Lyrics Database

तुझसे नाराज़ नहीं ज़िन्दगी, हैरान हूँ मैं

गीतकार - गुलजार | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - मासूम | वर्ष - 1983

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तुझ से नाराज़ नहीं ज़िन्दगी, हैरान हूँ मैं
तेरे मासूम सवालों से परेशान हूँ मैं
जीने के लिए सोचा ही नहीं, दर्द संभालने होंगे
मुस्कुराएं तो मुस्कुराने के कर्ज़ उतारने होंगे
मुस्कुराऊँ कभी तो लगता है, जैसे होंठों पे कर्ज रखा है
आज अगर भर आई है, बूंदें बरस जाएंगी
कल क्या पता इनके लिए आँखें तरस जाएंगी
जाने कब गुम हुआ, कहाँ खोया, एक आँसू छुपा के रखा था