और आहिस्ता कीजिये बातें - The Indic Lyrics Database

और आहिस्ता कीजिये बातें

गीतकार - जफर गोरखपुरी | गायक - पंकज उधास | संगीत - Nil | फ़िल्म - वह चांदनी रातें | वर्ष - 2009

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और आहिस्ता कीजिये बातें
धड़कनें कोई सुन रहा होगा
लब्ज़ गिरने ना पाये होंठों से
वक़्त के हाथ इनको चुन लेंगे
कान रखते हैं ये दरों-दीवार
राज़ की सारी बात सुन लेंगे
और आहिस्ता कीजिये बातें
ऐसे बोलो के दिलका अफ़साना
दिल सुने और निगाह दोहराये
अपने चारों तरफ की ये दुनिया
साँस का शोर भी ना सुन पाये, ना सुन पाये
आईये बंद कर ले दरवाजे
रात सपने चुरा ना ले जाये
कोई झोंका हवा का आवारा
दिल की बातों को उड़ा ना ले जाये, ना ले जाये
आज इतने करीब आ जाओ
दूरियों का कहीं निशान ना रहें
ऐसे एक दूसरे में गुम हो जायें
फासला कोई दरमियाँ ना रह जाये, ना रह जाये