हाय राम कैसे बेदर्दी से पाला पड़ा पाला पड़ा - The Indic Lyrics Database

हाय राम कैसे बेदर्दी से पाला पड़ा पाला पड़ा

गीतकार - शकील | गायक - सुरैया | संगीत - श्याम सुंदरी | फ़िल्म - चार दीन | वर्ष - 1949

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हम और तुम और ये ख़ुशी

सु : हम और तुम और ये ख़ुशी

ये क़हक़हे ये दिल्लगी

छिटकी हुई है चाँदनी

हम और तुम

व : अंगड़ाइयाँ भूतों ? ने लीं

महका चमन कलियाँ खिलीं

आई हवा मस्ती भरी

हम और तुम और ये ख़ुशी

ये क़हक़हे ये दिल्लगी

छिटकी हुई है चाँदनी

हम और तुम

सु : दिल में हुजूमएआरज़ू

आँसू में रस पहलू में तू

क़िसमत हमारी जाग उठी

हम और तुम और ये ख़ुशी

ये क़हक़हे ये दिल्लगी

छिटकी हुई है चाँदनी

हम और तुम

व : बाँहें गले में पड़ गईं

आँखों से आँख लड़ गईं

छलकी शराबएज़िंदगी4

हम

और तुम

और ये ख़ुशी

ये क़हक़हे

ये दिल्लगी

दो : छिटकी हुई है चाँदनी

हम और तुम