जीवन क्या है चलता फिरता एक खिलौना है - The Indic Lyrics Database

जीवन क्या है चलता फिरता एक खिलौना है

गीतकार - निदा फाजली | गायक - जगजीत सिंह | संगीत - जगजीत सिंह | फ़िल्म - इनसाईट | वर्ष - 1994

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जीवन क्या है चलता फिरता एक खिलौना है
दो आँखों ने एक से हँसना, एक से रोना है
जो जी चाहे वो मिल जाये, कब ऐसा होता है
हर जीवन जीवन जीने का समझौता होता है
अब तक जो होता आया है वो ही होना है
रात अँधेरी, भोर सुनहरी, यही जमाना है
हर चादर में दुःख का ताना, सुख का बाना है
आती सांस को पाना, जाती सांस को खोना है