गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - सुमन कल्याणपुर | संगीत - गणेश | फ़िल्म - चालाक | वर्ष - 1973
View in Romanमन गाए वो तराना
जिसे सुन के आ जाना
साथी आना, मुझे दिल से लगाना
देखो झूमे ये ज़माना
ज़रा तुम भी चले आना
महफ़िल रंग भरी
रात भी उमंग भरी
तेरे लिए सोलह सिंगार किए मैंने
अभी आना
मुझे यूँ ना भुलाना
कहता है दिल दीवाना
तुमको प्यार करूँ
जां भी निसार करूँ
आजा मेरे मीत मैं राह देखती हूँ
अजी आना
चाहे कुछ भी ना लाना
मेरे दिल को ना दुखाना
दिल की बात रहे
प्यार की लाज रहे
कोई भी हो मंज़िल छोड़ के आ जाना
जल्दी आना
वादा भूल न जाना
देखो वादा तुम निभाना