चुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है - The Indic Lyrics Database

चुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है

गीतकार - हसरत मोहनी | गायक - गुलाम अली | संगीत - गुलाम अली | फ़िल्म - निकाहः | वर्ष - 1982

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चुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है
हमको अब तक आशिक़ी का वो ज़माना याद है
तुझसे मिलते ही वो कुछ बेबाक़ हो जाना मेरा
और तेरा दातों में वो उँगली दबाना याद है
चोरी चोरी हमसे तुम आकर मिले थे जिस जगह
मुदद्तें गुज़री पर अब तक वो ठिकाना याद है
खिंच लेना वो मेरा पर्दे का कोना दफ़अतन
और दुपट्टे से तेरा वो मुँह छुपाना याद है
दोपहर की धूप में मेरे बुलाने के लिए
वो तेरा कोठे पे नंगे पाँव आना याद है