सूर्य मेरे बंधु पुनः सूर्य मेरे मितावा - The Indic Lyrics Database

सूर्य मेरे बंधु पुनः सूर्य मेरे मितावा

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - एस डी बर्मन | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - सुजाता | वर्ष - 1959

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सुन मेरे बंधू रे, सुन मेरे मितवा
सुन मेरे साथी रेहोता तू पीपल, मैं होती अमर लता तेरी
तेरे गले माला बन के, पड़ी मुसकाती रे
सुन मेरे साथी रे
सुन मेरे बंधू रे ...दीया कहे तू सागर, मैं होती तेरी नदिया
लहर बहर कर तू अपने, पीया चमन जाती रे
सुन मेरे साथी रे
सुन मेरे बंधू रे ...