हाथ सीने पे जो रख दो तो क़रार आ जाए - The Indic Lyrics Database

हाथ सीने पे जो रख दो तो क़रार आ जाए

गीतकार - अजीज कश्मीरी | गायक - NA | संगीत - NA | फ़िल्म - मिर्जा साहिबानी | वर्ष - 1947

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हम ऐसी क़िसमत को क्या करें हाय हाय

अमी : हम ऐसी क़िसमत को क्या करें हाय हाय

के जो एक दिन हँसाये एक दिन रुलाये

एक दिन हँसाये एक दिन रुलाये



क़िसमत हमारी हमीं को सताये हाय

के जो एक दिन हँसाये एक दिन रुलाये

एक दिन हँसाये एक दिन रुलाये



अरु : दुनिया में पहलेपहले जब वो आयी

क़िसमत जो आयी

तो फूलों के संगसंग काँटे भी लायी

हम सब के आंगन में ऐसे बिछाये हाय

के जो एक दिन हँसाये एक दिन रुलाये

एक दिन हँसाये एक दिन रुलाये



अमी : रोने का दिन है मैं गाती हूँ गाना

दुख भूलने का है ये एक बहाना

कहती हूँ मैं दिल के टुकड़ों से हाय

बैठे रहो अपना दुखड़ा छुपाये

दुनिया की रीत भी कैसी है हाय

के जो एक दिन हँसाये एक दिन रुलाये

एक दिन हँसाये एक दिन रुलाये

अरु : आ

जो कुछ भी आता है आने दे बन्दे

जो कुछ भी जाता है जाने दे बन्दे

जो कुछ भी आता है आने दे बन्दे

दुनिया में सुखदुख के दो दिन हैं हाय

के जो एक दिन हँसाये एक दिन रुलाये

एक दिन हँसाये एक दिन रुलाये

एक दिन

दो : हँसाये एक दिन रुलाये