तुम्हें को चाहता है दिल तुम्हीं से प्यार है - The Indic Lyrics Database

तुम्हें को चाहता है दिल तुम्हीं से प्यार है

गीतकार - फैज़ अनवर | गायक - कविता कृष्णमूर्ति, कुमार शानू | संगीत - साजिद वाजिद | फ़िल्म - बागी | वर्ष - 2000

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तुम्हीं को चाहता है दिल तुम्हीं से प्यार है
तुम्हारी इन अदाओं में बड़ा खुमार है
खफ़ा न हो ओ जानां के देखे ये ज़माना
मैं हो गया दीवाना दिल बेकरार है
तुम्हीं को चाहता है ...डाल के नज़र नज़र की मस्तियाँ
मुझ पे यूं गिराईं तूने बिजलियाँ
मदहोश मैं हूँ के होश खो गया
दिल की लगी में ये हाल हो गया
अब तो दिल पे बस तुम्हारा इख्तियार है
तुम्हीं को चाहता है ...और भी करीब आने दो मुझे
धड़कनें ज़रा चुराने दो मुझे
तड़पा के ऐसे न जाओ जान-ए-मन
मुझको गले से लगाओ जान-ए-मन
क्या खिला खिला समां है क्या बहार है
तुम्हीं को चाहता है ...