रूप सलोना गयारा बजे या बारा बजे - The Indic Lyrics Database

रूप सलोना गयारा बजे या बारा बजे

गीतकार - देव कोहली | गायक - सोनू निगम, पामेला जैन, पूर्णिमा, संचेता, हैरी आनंद, देवेंद्र सिंह, नयन राठौड़ | संगीत - आनंद राज आनंद | फ़िल्म - जानी दुश्मन | वर्ष - 2002

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रूप सलोना तेरा देख के हाय दिल मेरा ना रज्जे
कहाँ चली है ओ कुड़िये कल मिलेगी किन्ने वज्जे
ग्यारा वजे या बारा वजेरूप सलोना मेरा देख के हाय दिल तेरा ना रज्जे
तेरे जैसे लड़के फिरते हैं मेरे सज्जे खब्बे
ग्यारा वजे या बारा वजे
ग्यारा वजे ...कुड़िये दीवाना मैं हो गया तेरा
ज़ुल्फ़ों में तेरी ओय दिल खो गया मेरा
ऐरे गैरे को मैं दिल नहीं देती
चल भाग यहां से फूट जा छेती
इतना दस दे कब लूटेगी बलिये प्यार दे मज्जे
ग्यारा वजे ...मुझे घायल कर गई हाय तेरी चाल शराबी
हो मेरा दिल तरसाए तेरे गाल गुलाबी
उड़ती हुई मैं हूँ इक बदली
तेरे हाथ न आऊँ मैं जळी
कब बरसेगी दिल पे मेरे कितनी ज़ोर से गज्जे
ग्यारा वजे ...अब देर न कर तू चल नैन लड़ा ले
कुछ पप्पियाँ वप्पियाँ कुछ झप्पियाँ पा ले
वा रे मुंडेया तेरा क्या कहना
ज़रा दूर दूर मुझसे रहना
मुझे पता है जान तू लेगी लेकिन कितने वज्जे
ग्यारा वजे ...आजा नी सोणिये चल मौज करांगे
तेरे रूप दे सजदे हर रोज़ करांगे
अरे देख मेरे ये नैन नशीले
कर दूँगी तेरे पुर्जे ढीले
रब ही जाणे सोणिये कब ज़िद अपणी तू छड्डे
ग्यारा वजे ...हाय तरस रहे हैं बाहोँ के घेरे
कब होंगे मुझको दर्शन तेरे
आजा सोणिये छम छम करती आएँगी किन्ने वज्जे
ग्यारा वजे ...तू आजा दिलबर ज़रा प्यार निभा दे
खुद रांझा बन जा ओय मुझे हीर बना दे
चैन चुराने वाले आजा दिल मेरा ना रज्जे
हाँ ग्यारा वजे ...