अरे क्या करूँ क्या करूँ समझ ना आए - The Indic Lyrics Database

अरे क्या करूँ क्या करूँ समझ ना आए

गीतकार - इन्दीवर | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - कल्याणजी आनंदजी | फ़िल्म - बॉम्बे ४०५ मील | वर्ष - 1980

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अरे क्या करूँ क्या करूँ समझ ना आए
दर्द जिगर का बढ़ता जाए
क्या किया जाए हाय
कोई नहीं मेरा यहाँ
कैसे हैं लोग कैसा जहां, कैसा जहां
वो कौन है जिसने मुझे दर्द-ए-जिगर ऐसा दिया
दुश्मन है वो या दोस्त है
सपने दिए, दिल ले लिया
अरे क्या करूँ क्या करूँ समझ ना आए
प्यार की प्यास में तन जला जाए
क्या किया जाए हाय
कोई नहीं मेरा यहाँ
कैसे हैं लोग कैसा जहां, कैसा जहां
हो कौन तुम, क्यों हो खड़े
रोके मेरा यूँ रास्ता
मेहबूब तुम लगते नहीं
तुमसे मेरा क्या वास्ता
अरे क्या करूँ क्या करूँ समझ ना आए
दर्द जिगर का बढ़ता जाए
क्या किया जाए हाय
कोई नहीं मेरा यहाँ
कैसे हैं लोग कैसा जहां