क्या बतौं मोहब्बत है क्या - The Indic Lyrics Database

क्या बतौं मोहब्बत है क्या

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - गीता दत्त, मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - परबत | वर्ष - 1952

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ल : क्या बताऊँ मोहब्बत है क्या -४
सीने में रह-रह के दर्द उठ रहा है -२
मगर आ रहा है मज़ा
क्या बताऊँ ...मौसम तो हरदम बदलते रहे हैं -२
अरमान दिल के मचलते रहे हैं -२
क्या बात है छू के आँचल मेरा -२
भाग जाती है पागल हवा
क्या बताऊँ ...
र : क्या बताऊँ मोहब्बत है क्या -२पहले भी तूफ़ान आते रहे हैं
बस्ती दिलों की मिटाते रहे हैं-२
कैसा ये तूफ़ान आते ही जिसके -२
नया इक जहाँ बस गया
क्या बताऊँ ...
ल : क्या बताऊँ ...पहले भी थे चाँद-तारे गगन में -२
लेकिन हमेशा अँधेरा था मन में -२
वो मुस्कराए तो मन के अँधेरे में -२
जैसे दिया जल उठा
क्या बताऊँ ...