दुआ कर ग़म-ए-दिल - The Indic Lyrics Database

दुआ कर ग़म-ए-दिल

गीतकार - शैलेंद्र | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - सी. रामचंद्र | फ़िल्म - अनारकली | वर्ष - 1953

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दुआ कर ग़म-ए-दिल, ख़ुदा से दुआ कर
वफ़ाओं का मजबूर दामन बिछाकर
दुआ कर ग़म-ए-दिल, ख़ुदा से दुआ कर
जो बिजली चमकती है उनके महल पर
वो कर ले तसल्ली मेरा घर जलाकर
सलामत रहे तू, मेरी जान जाए
मुझे इस बहाने से ही मौत आए
करुँगी मैं क्या चंद साँसे बचाकर
मैं क्या दूँ तुझे मेरा सब लुट चुका है
दुआ के सिवा मेरे पास और क्या है
ग़रीबों का एक आसरा-ए-ख़ुदा है
मगर मेरी तुझसे यही इल्तिजा है
ना दिल तोड़ना दिल की दुनिया बसाकर
दुआ कर ग़म-ए-दिल, ख़ुदा से दुआ कर