आँखों में कयामत के काजल - The Indic Lyrics Database

आँखों में कयामत के काजल

गीतकार - एस. एच. बिहारी | गायक - महेंद्र कपूर | संगीत - ओ. पी. नय्यर | फ़िल्म - किस्मत | वर्ष - 1968

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आँखों में कयामत के काजल
होठों पे ग़ज़ब की लाली है
बंदापरवर कहिए किसकी
तक़दीर सँवरने वाली है
सदके मैं तुम्हारी बाहों के जो आग लगा दे पानी में
कुर्बान तुम्हारी आँखो के जो भर दे रंग जवानी में
मर जाऊँ तुम्हारे गालोंपर जिन में के गुलो की लाली है
ये आपकी मस्ती का आलम, ये बहके हुए जज़बात मेरे
कुछ कह ना सका मैं दीवाना कहते है मगर हालात मेरे
या आप नशे मे डूबे हैं, या मेरी नज़र मतवाली है