जो भी मेरे दिल पे बीता ये तो होना ही था - The Indic Lyrics Database

जो भी मेरे दिल पे बीता ये तो होना ही था

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - कविता कृष्णमूर्ति, नितिन मुकेश | संगीत - जतिन, ललित | फ़िल्म - यारा दिलदार | वर्ष - 1991

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आ आ
जो भी मेरे दिल पे बीता प्यार की बाज़ी मैं ही जीता
रे ये तो होना ही था कोई चाहे ना चाहे
ये तो होना ही था ...हर गली को सजा दो रात को जगमगा दो
आज हर सुन्दरी को बालम संग नचा दो
हर एक डफ़ली के संग जमे पायल के रंग
छलके प्याले खुशी के हो छलके प्याले खुशी के
ये तो होना ही था ...मेरा ये जो जहां है
मेरा ये कल भी था आज भी यही मेरा
सपने सजा मेरे दिल मेरी भीगी पलक पे ना जा
रहे इतनी खबर नयन छलकें अगर
छलकें आँसूं खुशी के हो छलकें आँसुं खुशी के
ये तो होना ही था ...ज़िंदगी का ठिकाना
तूने हाँ कर दी जानी जी उठा मैं दीवाना
मुझे तो जब से यार मिला है तेरा प्यार
झूमता हूँ खुशी से हो झूमता हूँ खुशी से
ये तो होना ही था ...