पास बैठो तबियात बहल जायगी - The Indic Lyrics Database

पास बैठो तबियात बहल जायगी

गीतकार - इन्दीवर | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - सी अर्जुन | फ़िल्म - पुनर्मिलन | वर्ष - 1964

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पास बैठो तबीयत बहल जायेगी
मौत भी आ गई हो तो टल जायेगीधार काजल की तुम और तीखी करो
माँग होंठों की मीठी हँसी से भरो
ज़िंदगी झूमने पर मचल जायेगी
मौत भी आ गई हो तो टल जायेगी ...हम ने माना कि छाई है काली घटा
गोरे गालों से गेसू हटा दो ज़रा
इस अँधेरे में इक शम्मा जल जायेगी
मौत भी आ गैइ हो तो टल जायेगी ...ग़म ने छेड़ा हमें, तुम न छेड़ा करो
जो तुम्हारे हैं उन से न पर्दा करो
मुस्कुरा दो तमन्ना निकल जायेगी
मौत भी आ गई हो तो टल जायेगी
पास बैठो ...