चलो घूँघट में गुइयाँ छुपा के गजब तोरे नैना, सितम तोरे नैना - The Indic Lyrics Database

चलो घूँघट में गुइयाँ छुपा के गजब तोरे नैना, सितम तोरे नैना

गीतकार - राम मूर्ति चतुर्वेदी | गायक - लता, गीता, सहगान | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - सिपहिया | वर्ष - 1949

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 छोड़ गए बालम, मुझे हाय अकेला छोड़ गए

मु: छोड़ गए बालम, मुझे हाय अकेला छोड़ गए

तोड़ गए बालम, मेरा प्यार भरा दिल तोड़ गए

ल: छूट गया बालम, हाय साथ हमारा छूट गया

टूट गया बालम, मेरा प्यार भरा दिल टूट गया

मु: छोड़ गए बालम

ल: फूल संग मुस्काए कलियाँ, मैं कैसे मुस्काऊँ

बादल देख के भर आई अँखियाँ , छमछम नीर बहाऊँ

मैं छमछम नीर बहाऊँ

मु: छोड़ गए बालम

दिल की लगी को क्या कोई जाने, मैं जानूँ दिल जाने

पलकों की छाया में नाचें , दर्द भरे अफ़साने

ये दर्द भरे अफ़साने

ल: छूट गया बालम

ल: पहले मन में आग लगी और, फिर बरसी बरसात

ऐसी चली बिरहा की आँधी , तड़पत हूँ दिनरात

मैं तड़पत हूँ दिनरात

मु: छोड़ गए बालम