पंछी जा पीछे रहा है बचपन मेरा - The Indic Lyrics Database

पंछी जा पीछे रहा है बचपन मेरा

गीतकार - डी एन मधोकी | गायक - सुरैया | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - शारदा | वर्ष - 1942

View in Roman

पहले जो मोहब्बत से इन्कार किया होता

पहले जो मोहब्बत से इन्कार किया होता

यूं हमको ना दुनिया से बेज़ार किया होता

अब तेरे सिवा कोई आँखों में नहीं रहता

दो रोज़ तो परदों में गुलज़ार किया होता

पहले जो मोहब्बत से

मालूम अगर होता अंजाम मोहब्बत का

ना दिल ही दिया होता ना प्यार किया होता

पहले जो मोहब्बत से

मैं तेरी हूँ मैं तेरी, कानों मेरे कहना

और भाग के दुनिया से आँखों में मेरी रहना

इतना जो समझते हम, चुपके से तेरा ?

ना दिल ही दिया होता ना प्यार किया होता

पहले जो मोहब्बत से