ये सर आहें मेरी ये दर्द तेरा सनम - The Indic Lyrics Database

ये सर आहें मेरी ये दर्द तेरा सनम

गीतकार - प्रवीण भारद्वाज | गायक - गायत्री अय्यर | संगीत - आनंद राज आनंद | फ़िल्म - भूत | वर्ष - 2003

View in Roman

( ये सर्द आहें मेरी ये दर्द तेरा सनम
किस तरह तुम से कहें किस तरह बेबस हैं हम
जाएँ कहाँ हम तुम बिन
कैसे सताएँ दिन-रात तुमको ) -२
ज़िन्दगी ये ज़िन्दगी बन गई है बेबसी -२क्या करें हम क्या करें उलझनों का दौर है -२
दिल में कुछ बुझने लगा धड़कनों में शोर है
ख़मोश दिल की सदा ( सुनता नहीं क्यूँ ख़ुदा ) -२
ज़िन्दगी ये ज़िन्दगी बन गई है बेबसी -२
ये सर्द आहें मेरी ये दर्द तेरा सनमफिर परेशाँ रात है मैं साथ कैसे दूँ सनम -२
अजनबी सा एक साया बन गया है मेरा हमदम
तड़पा रहा है मुझे ( बहका रहा है मुझे ) -२
ज़िन्दगी ये ज़िन्दगी बन गई है बेबसी -२
ये सर्द आहें मेरी ये दर्द तेरा सनम