याद आई है बेकसी छाई है - The Indic Lyrics Database

याद आई है बेकसी छाई है

गीतकार - हसरत | गायक - लता | संगीत - शंकर-जयकिशन | फ़िल्म - नगीना | वर्ष - 1951

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याद आई है
बेकसी छाई है
रो रही है ख़ुशी
आँख भर आई है
आँसू भी पिये तेरी याद में हरदम
मर-मर के जिये अब किससे कहें हम
हाय क्या हो गया
वो कहाँ खो गया
दिल मेरा सो गया
ज़ालिम ज़माने न इतना सता
वो हैं कहाँ तू बता दे पता
आस मिटी मेरा चैन लुटा चैन लुटा
मिट गया है निशाँ
लुट गया आशियाँ
मौत का है समाँ
तूफ़ान में है उल्फ़त का सफ़ीना
खोया है मेरे इस दिल का नगीना
प्यार तो ना हुआ
दर्द दूर ना हुआ
साथ तू ना हुआ
याद आई है
बेकसी छाई है
रो रही है ख़ुशी
आँख भर आई है$