मुहब्बत कर - The Indic Lyrics Database

मुहब्बत कर

गीतकार - नज़ीर हैदराबादी | गायक - मुकेश, हमीदा | संगीत - NA | फ़िल्म - तोहफा | वर्ष - 1947

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तेरे खयाल को दिल से लगाये बैठे हैं

तेरे खयाल को दिल से लगाये बैठे हैं

हम इन्तेज़ार की दुनिया बसाये बैठे हैं

मुहब्बत पर बहार आती

जहान गुल्ज़ार हो जाता

अगर बेताब नज़रों को

तेरा दीदार हो जाता

मेरे दिल की खुशी बन्कर

अगर तुम सामने आते

सामने आते

तो शायद आन्खोन आन्खोन में

कोई इकरार हो जाता

मिला है दिल से दिल,

ये भी सहारा कम नहीं मुझको

कम नहीं मुझको

नज़रों से जब नज़र मिलती

तो बेडएपार? हो जाता

मुहब्बत पर बहार आती

जहान गुल्ज़ार हो जाता