मुझे बेखुदी ये तुने भली चाशनी चखाई - The Indic Lyrics Database

मुझे बेखुदी ये तुने भली चाशनी चखाई

गीतकार - | गायक - आबिदा परवीन | संगीत - मुजफ्फर अली | फ़िल्म - रक़्स-ए-बिस्मिल (गैर फ़िल्म) | वर्ष - 2001

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मुझे बेख़ुदी ये तूने भली चाशनी चखाई
किसी आरज़ू की दिल में नहीं अब रही समाईन हज़र है ने ख़तर है न रज़ा है ने दुआ है
न ख़याल-ए-बन्दगी है न तमन्ना-ए-ख़ुदाईन मकाम-ए-गुफ़्तगू है न महल्ल-ए-जुस्तजू है
न वहाँ हवास पहुँचें न ख़िरद को है रसाईन मकीं है ने मकाँ है न ज़मीं है ने ज़बाँ है
दिल-ए-बेनवा ने मेरे वहाँ छावनी है छाईन विसाल है न हिज़्राँ न सुरूर है न ग़म है
जिसे कहिये ख़्वाब-ए-ग़फ़्लत सो वो नींद मुझको आई