चोरी चोरी कोई आए - The Indic Lyrics Database

चोरी चोरी कोई आए

गीतकार - जां निसार अख्तर | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - खय्याम | फ़िल्म - नूरी | वर्ष - 1979

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चोरी चोरी कोई आये
चुपके चुपके, सबसे छुपके
ख़्वाब कई दे जाये
आँखे डाले आँखों में, जाने मुझसे क्या वो पूछे
मैं जो बोलूँ बोलूँ क्या, हँस दूँ मुझको कुछ ना सूझे
ऐसे तांके, दिल में झाँकें, सांस मेरी रुक जाए
मीठे मीठे बोलों से दिलपे ऐसा जादू डाले
खोई खोई जाऊँ मैं, जो भी चाहे मनवाले
मुझको चूमे, दिल तो झूमे, आँख मगर झूक जाए
बैठी बैठी सोचूं मैं, वो तो चल दे मुझको डसके
मुझको मार डाले ना अपने बाजूओं में कसके
दिल जो धड़के, ऐसे धड़के, एक नशा छा जाए