तेरे माथे की बिंदिया चमकती रहे मुबारक - The Indic Lyrics Database

तेरे माथे की बिंदिया चमकती रहे मुबारक

गीतकार - समीर | गायक - सहगान, उदित नारायण | संगीत - नदीम, श्रवण | फ़िल्म - हां मैंने भी प्यार किया | वर्ष - 2002

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तेरे माथे की बिंदिया चमकती रहे
तेरे हाथों की मेहंदी महकती रहे
तेरे जोड़े की रौनक सलामत रहे
तेरी चूड़ी हमेशा खनकती रहेमुबारक मुबारक मुबारक मुबारक
मुबारक हो तुम को ये शादी तुम्हारी
सदा खुश रहो तुम दुआ है हमारी
तुम्हारे कदम चूमे तो दुनिया सारी
सदा खुश रहो तुम ...तुम्हारे लिए हैं बहारों के मौसम
न आए कभी ज़िंदगी में कोई गम
हमारा है क्या यार हम हैं दीवाने
हमारी तड़प तो कोई भी न जाने
मिले न तुम्हे इश्क़ में बेकरारी
सदा खुश रहो तुम ...के जन्मों के रिश्ते नहीं तोड़े जाते
सफ़र में नहीं हमसफ़र छोड़े जाते
न रस्म-ओ-रिवाजों को तुम भूल जाना
जो ली है कसम तो इसे तुम निभाना
के हमने तो तन्हा उमर है गुज़ारी
सदा खुश रहो तुम ...जां मैने भी प्यार किया है
हाँ मैने भी प्यार किया है
मुबारक मुबारक मुबारक मुबारक