रात सारी बेकरारी में गुज़ारी - The Indic Lyrics Database

रात सारी बेकरारी में गुज़ारी

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - अलका याज्ञनिक | संगीत - एम एम करीम | फ़िल्म - ज़ख्म | वर्ष - 1998

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( रात सारी बेक़रारी में गुज़ारी सौ दफ़ा दरवाजे पे गई
हाँ सौ दफ़ा दरवाजे पे गई ) -२
तू ना था वहाँ खड़ी घड़ी-घड़ी याद थी तेरी
रात सारी बेक़रारी में गुज़ारी सौ दफ़ा दरवाजे पे गई
हाँ सौ दफ़ा दरवाजे पे गई( ओढ़ लूँ मैं प्यार तेरा पहन लूँ मैं प्यार तेरा
फिर सनम आना ) -२
हो इसके पहले नहीं ठहरे रहना वहीं
आ जाना अभी नहीं अभी नहीं जब मैं कहूँ
रात सारी बेक़रारी में गुज़ारी सौ दफ़ा दरवाजे पे गई
हाँ सौ दफ़ा दरवाजे पे गई( रास्ते में जा मिलूँ या रास्ता देखूँ मैं तेरा
क्या करूँ सजना ) -२
ओ बेक़ली का समाँ दिल में कितने गुमाँ
फिर कोई भुला ना दे तुझे मेरा नाम-पता
रात सारी बेक़रारी में गुज़ारी सौ दफ़ा दरवाजे पे गईको : आ आ