चाँद बन के तुम गगन से मेरी गली में आया करो - The Indic Lyrics Database

चाँद बन के तुम गगन से मेरी गली में आया करो

गीतकार - योगेश | गायक - कुमार शानू, अनुराधा | संगीत - निखिल विनय | फ़िल्म - प्यार भरा दिल | वर्ष - 1991

View in Roman

चाँद बन के तुम गगन से मेरी गली में आया करो
चोरी चोरी चुपके चुपके -२ मेरे ख़्वाब सजाया करो
रजनीगंधा बनके तुम भी रात में खिल जाया करो
( ख़ुश्बू अपनी भीनी भीनी ) -२ साँसों में बसाया करो
चाँद बन के तुम ...तुम ही बताओ होश से कैसे मैं आख़िर काम लूँ
आँचल तुम्हारा रेशमी दिल चाहता है थाम लूँ
ओ धीरज धरो ज़िद न करो ऐसे ना तुम आहें भरो
यूँ न चैन गंवाया करो
रजनीगंधा बनके ...भर दोगे मेरी मांग तुम जिस दिन पिया सिन्दूर से
उस दिन मेरे अरमान भी होंगे नशे में चूर से
घूँघट तेरा खोलूँगा मैं शरमाई तो बोलूँगा मैं
अब न नैन चुराया करो
चाँद बन के तुम ...तारे कहीं खो जाएंगे हो जाएगी गुम चाँदनी
ख़ामोश दिन की धूप में डूबेगी दिल की रागनी
जब धूप हो छलकी छलकी बदली बनके हल्की हल्की
मेरे प्यार पे छाया करो
चाँद बन के तुम ...