फ़िर किसी रहगुज़र पर शायद - The Indic Lyrics Database

फ़िर किसी रहगुज़र पर शायद

गीतकार - अहमद फ़राज़ी | गायक - गुलाम अली | संगीत - | फ़िल्म - अंजुमन (गैर-फिल्म) | वर्ष - 1990

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फिर किसी रहगुज़र पर शायद
हम कभी मिल सके मग़र शायदजिनके जुम मुम्तज़िर रहे, उनको
मिल गए और हमसफ़र शायदअजनबीयत की धुँध छँट जाए
चमक उठे तेरी नज़र शायदजान पहचान से भी क्या होगा
फिर भी और दोस्त गौर कर शायदजो भी बिछड़े हैं वोह कब मिले हैं 'फ़रज़'
फिर भी तू इंतेज़ार कर शायद