है हो पवन चले जोर लहार मचाये शोर - The Indic Lyrics Database

है हो पवन चले जोर लहार मचाये शोर

गीतकार - सत्य कुमार | गायक - सहगान, पंकज मलिक | संगीत - पंकज मलिक | फ़िल्म - ज़लज़ला | वर्ष - 1952

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को: हई हो -३
पवन चले ज़ोर लहर मचाये शोर
नय्या को ज़ोर से चलइहो -२
हई हई -२
पकड़ के ज़ोर हाल उठा के बाँधो पाल -२
हई मारो मारो ज़ोर
हई हो -३( पवन चले ज़ोर लहर मचाये शोर
नय्या को ज़ोर से चलइहो ) -२
पकड़ के ज़ोर हाल उठा के बाँधो पाल -२
हई मारो मारो ज़ोर
हई हो -३
पवन चले ज़ोर लहर मचाये शोर
नय्या को ज़ोर से चलइहो( पेड़ से बार बार झननन झंकार
ये तो नहीं नय्या की क्रंदन चित्कार ) -२
ज़ुल्म सितम से कभी न डरना
हिम्मत से बढ़ जइहो
हई मारो मारो ज़ोर
हई हो -३
पवन चले ज़ोर लहर मचाये शोर
नय्या को ज़ोर से चलइहो
हई हई -६जब पल पल हरदम चंचल करे मन
दिल से दिल टकराये रे
( मन के मिलन को सफल बनाने
जीवन गीत सुनाओ रे ) -२
( अगर हो महाकाल प्रलय का हुँकार
क.म्पित करे मन तूफ़ान हाहाकार ) -२
ठहरो ना रुको ना आगे ही बढ़ना
नय्या को ज़ोर से चलइहो
( हई मारो मारो ज़ोर
हई हो -३ ) -३