ढीला ढाला घाघरा मेरी जवानी किसको मिलेगी - The Indic Lyrics Database

ढीला ढाला घाघरा मेरी जवानी किसको मिलेगी

गीतकार - प्रवीण भारद्वाज | गायक - आनंद राज आनंद, सुनिधि चौहान | संगीत - आनंद राज आनंद | फ़िल्म - पिता | वर्ष - 2001

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ढीला ढाला घाघरा
ऊपे तंग तंग ई चोली
लेके आई अइसन जवानी
चल गई ना गोली हाय
अरे हमका भी देके जाओ कौन्हो निशानी
कहाँ लेके जाओगी ई नमकीन जवानी हैंमेरी जवानी किसको मिलेगी
ठुमक ठुमक
इसको मिलेगी उसको मिलेगी
हे हे हे ठुमक ठुमक हे हे हे
ओ मेरी जवानी किसको मिलेगी
इसको मिलेगी उसको मिलेगी
लगा है दीवानों में सट्टा हे
हाय लाखों हुए हैं बेईमान
जो सरका है मेरा दुपट्टा
हे मेरी जवानी ...हे ठुमक ठुमक
तीर नज़र के चल रहे हैं
सारे निशाने मेरे बन रहे हैं हो हो
देखो तो देखो कैसे इक शमा पे सौ परवाने जल रहे हैं
गजब अंगूर है ये खट्टा हे
लाखों हुए हैं ...देखो तनिक पतली कमरिया का झटका
हम तो अटके साला पूरा U.P. Biharभी अटका हाँ
हर ज़ुबां पे चर्चा है मेरा
ऐसी क़यामत है रूप मेरा
ठुमक ठुमक ठुमक ठुमक
जलवे अपने जो मैने दिखाए
हर शहर से आशिक़ चलके आए
चाहें दिल्ली हो या कलकत्ता हे
लाखों हुए हैं ...