खा कर ज़खम दुआ दी हमने - The Indic Lyrics Database

खा कर ज़खम दुआ दी हमने

गीतकार - फरहत शहजादी | गायक - गुलाम अली | संगीत - | फ़िल्म - सदफ (गैर-फिल्म) | वर्ष - 1992

View in Roman क्यूँ कर उम्र गँवा दी हमने
'>

खा कर ज़ख़्म दुआ दी हमने
बस यूँ उम्र बिता दी हमनेरात कुछ ऐसे दिल दुखता था
जैसे आस बुझा दी हमनेसन्नाटे के शहर में तुझको
बे-आवाज़ सदा दी हमनेहोश जिसे कहती है दुनिया
वो दीवार गिरा दी हमनेयाद को तेरी टूट के चाहा
दिल को ख़ूब सज़ा दी हमनेआ 'शह्ज़ाद' तुझे समझायें
क्यूँ कर उम्र गँवा दी हमने