दामन न छुड़ा यूँ दूर न कर - The Indic Lyrics Database

दामन न छुड़ा यूँ दूर न कर

गीतकार - शेवन रिज़वी | गायक - गीता | संगीत - हाफिज खान | फ़िल्म - लकीरें | वर्ष - 1954

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दामन न छुड़ा यूँ दूर न कर
रोने के लिये मजबूर न कर
मैं कहती रही वो सुनता रहा
यूँ शीशा-ए--दिल को चूर न कर
मजबूर न कर, ओ यूँ दूर न कर

दिल दिल से बिछड़ने का मंज़र
वो अश्कों का गिरना दामन पर
खामोश नज़र थी अफ़साना
बेदर्द न इस पर भी माना
मैं कहती रही वो सुनता रहा
यूँ शीशा-ए--दिल को चूर न कर
मजबूर न कर, ओ यूँ दूर न कर
दामन न छुड़ा$