भरोसा कर ना दौलत पर आराम के द साथी - The Indic Lyrics Database

भरोसा कर ना दौलत पर आराम के द साथी

गीतकार - आरज़ू लखनवी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - सिपहिया | वर्ष - 1949

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भरोसा कर न दौलत पर न सूरत पर न चाहत पर
ये दुनिया है सदा रहती नहीं जो एक हालत परआराम के थे साथी क्या क्या जब वक़्त पड़ा तो कोई नहीं
सब दोस्त हैं अपने मतलब के दुनिया में किसी का कोई नहींकल चलते थे जो इशारों पर
कल चलते थे जो इशारों पर
अब मिलती नहीं है उनकी नज़र
अब मिलती नहीं है उनकी नज़र
या चाहनेवाले लाखों थे या पूछनेवाला कोई नहीं
आराम के थे साथी क्या क्या जब वक़्त पड़ा तो कोई नहीं
जब वक़्त पड़ा तो कोई नहींजैसा कि है मुझ पर वक़्त पड़ा
जैसा कि है मुझ पर वक़्त पड़ा
ऐसा न कोई बेबस होगा
ऐसा न कोई बेबस होगा
जीने को सहारा कोई नहीं मरने को बहाना कोई नहीं
आराम के थे साथी क्या क्या जब वक़्त पड़ा तो कोई नहीं
जब वक़्त पड़ा तो कोई नहीं