छोटी सी एक कली खिलि थिइ - The Indic Lyrics Database

छोटी सी एक कली खिलि थिइ

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - जुर्माना | वर्ष - 1979

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छोटी सी एक कली खिली थी
एक दिन बाग में
ज्योत जली थी चिराग में
फिर क्या हुआ कोई जाने ना
जाने ना(उसे माली ने बड़े प्यार से पाला
मस्त पवन के झूले में डाला) २
आगे कहूँ कह न सकूं
चुप रहूँ रह न सकूं
फिर क्या हुआ कोई जाने ना
जाने ना(आया बाग में एक फूल वाला
जाने उसने क्या जादू डाला) २
फूल वाले की झोली में
टूट के गिर पड़ी कली
फिर क्या हुआ कोई जाने ना
जाने नाबाग छोड़ के कहता था कोई
माली की याद में कली बड़ा रोई
कच्चा धागा टूट गया
फूल वाला रूठ गया
फिर क्या हुआ कोई जाने ना
कोई जाने ना